निःसंतानता का दिव्य उपाय - संतान गोपाल यज्ञ | संतान गोपाल यज्ञ दिलाता है संतान का वरदान | Santan Gopal Yagya
माता-पिता बनना हर दंपत्ति के लिए सबसे प्रिय सपनों में से एक होता है। हालाँकि, कई लोगों के लिए यह यात्रा जटिलताओं से भरी होती है। हालाँकि आधुनिक विज्ञान जैसे उपचार प्रदान करता है, लेकिन इसका छुपा कारण अक्सर ब्रह्मांड की सूक्ष्म ऊर्जाओं और ग्रहों के असंतुलन में छिपा होता है।
यज्ञदेवम् द्वारा किया जाने वाला संतान गोपाल यज्ञ एक ऐसा अनुष्ठान है जो दंपत्तियों को माता - पिता बनने का आनंद प्रदान करने के लिए दिव्या ऊर्जाएँ और भगवान कृष्ण जी का आशीर्वाद प्रदान करता है और गर्भाधारण में आने वाली बाधाओं को दूर करता है।
संतान गोपाल यज्ञ क्या होता है?
संतान गोपाल यज्ञ, संतान गोपाल पूजा का एक विस्तृत और अधिक शक्तिशाली रूप है। यह विशेष रूप से उन दंपत्तियों के लिए किया जाता है जो किसी गंभीर चिकित्सीय कारणों से गर्भधारण करने में असमर्थ हैं। यह यज्ञ उन गर्भवती माताओं के लिए भी करवाना शुभ है जो एक स्वस्थ और बुद्धिमान संतान चाहती हैं।
इस यज्ञ के दौरान पवित्र मंत्रों के निरंतर जाप से भगवान कृष्ण की कृपा प्राप्त होती है, जिससे गर्भधारण में सहायता मिलती है और गर्भावस्था के दौरान आने वाली सभी जटिलताओं से मुक्ति मिलती है। यज्ञ में, हमारे योग्य पुजारी वैदिक यज्ञ विधि के प्रत्येक चरण का पालन करते हुए, श्री कृष्ण पूजा के साथ-साथ शक्तिशाली संतान गोपाल मंत्र और संतान गोपाल स्तोत्र का पाठ करते हैं। सभी अनुष्ठान भारत के सबसे प्रसिद्ध वैदिक ज्योतिषियों में से एक, आदरणीय आचार्य कल्कि कृष्णन जी के कुशल मार्गदर्शन में संपन्न होते हैं।
संतान गोपाल यज्ञ करने का सर्वोत्तम समय
यह किसी भी समय किया जा सकता है, लेकिन निम्नलिखित दिन विशेष रूप से शुभ माने जाते हैं:
1. गुरुवार
बृहस्पति देव का दिन - बृहस्पति संतान से जुड़े ग्रह माने जाते है। इसलिए यह दिन संतान गोपाल यज्ञ के लिए अत्यंत शुभ माना जाता है।
2. पूर्णिमा
पूर्णिमा चंद्र से जुड़ा दिन है जिस दिन चंद्र देव जी की ऊर्जाएं शीर्ष पर होती है। चंद्रदेव माता और उर्वरता के कारक है और गर्भधारण और मातृत्व में विशेष भूमिका निभाते हैं। इसलिए पूर्णिमा संतान गोपाल यज्ञ के लिए बहुत शुभ दिन बन जाता है।
3. कृष्ण जन्माष्टमी (भगवान कृष्ण जी का जन्मदिन)
संतान गोपाल यज्ञ के लिए अत्यंत शुभ और इस यज्ञ के लिए वर्ष का सर्वोत्तम दिन।भगवान कृष्ण की पूजा उनके बाल रूप (बाल गोपाल) में की जाती है और इस दिन संतान गोपाल यज्ञ करवाने पर अत्यंत शुभ फल प्राप्त होते हैं।
कृष्ण जन्माष्टमी 2025 तिथि: 16 अगस्त, 2025
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4. पुष्य नक्षत्र दिवस
पुष्य सबसे शुभ फल देने वाले नक्षत्रों में से एक है और संतान प्राप्ति से संबंधित किसी भी पूजा या उपाय को शुरू करने के लिए उत्तम समय है।
संतान गोपाल मंत्र
ॐ श्रींग ह्रींग क्लींग ग्लौंग देवकीसुत गोविंद वासुदेव जगत्पते देहि मे तनयं कृष्ण त्वामहम शरणं गतः
📜 अर्थ:
“ॐ, मैं समृद्धि, सृजन और पूर्णता की दिव्य शक्तियों का आह्वान करता/करती हूँ। हे देवकी और वासुदेव के पुत्र, जगत के रक्षक श्री कृष्ण, मैं आपकी शरण में हूँ। कृपया मुझे संतान का आशीर्वाद दें, क्योंकि मैं स्वयं को पूर्णतः आपके प्रति समर्पित करता/करती हूँ।”
संतान गोपाल यज्ञ की सफलता की कहानी
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ऑस्ट्रेलिया के एक दंपत्ति 6 असफल आईवीएफ (IVF) प्रक्रियाओं से गुज़रा था। हमारे पुजारियों द्वारा अन्य वैदिक उपचारों के साथ शक्तिशाली संतान गोपाल यज्ञ करने के बाद, दंपत्ति को एक वर्ष के भीतर ही एक स्वस्थ संतान प्राप्त हुई वह भी किसी चिकित्सीय जटिलता के बिना। यह हमारे वैश्विक ग्राहकों द्वारा अनुभव की गई कई सफलता की कहानियों में से एक है।
संतान गोपाल यज्ञ कैसे किया जाता है?
हमारे अनुभवी पुजारी आपके यज्ञ के लिए सबसे शुभ तिथि और समय निर्धारित करते हैं। वे सभी आवश्यक यज्ञ सामग्री एकत्र करते हैं, आपके जन्म विवरण, गोत्र, आपके नाम और फोटो से एक व्यक्तिगत संकल्प लेते हैं।
वे भगवान विष्णु की श्रीकृष्ण के बाल रूप में पूजा करते हैं। वैदिक परंपराओं का पालन करते हुए, यज्ञ का प्रत्येक चरण पूरी श्रद्धा के साथ किया जाता है। यज्ञ के बाद, अभिमंत्रित प्रसाद आपके घर कूरियर द्वारा भेजा जाता है।
चाहे आप दुनिया में कहीं भी, मंत्रों और यज्ञ की उर्जायें आप तक पहुँचती हैं। हमारे सिद्ध पुजारियों द्वारा किये हुए मन्त्रों की ऊर्जाएं आपके चारों और एक सुरक्षा कवच बनाती है और जितनी भी गर्भाधारण में आप जटिलताएं झेल रहे हैं वो सब एक-एक कर के दूर हो जाती है। आप हमारे अनुभवी ज्योतिषियों से भी बात कर सकते हैं जिससे वो सर्वश्रेष्ठ परिणामों के लिए संतान गोपाल यज्ञ के साथ अन्य वैदिक उपाय भी आपकी कुंडली के अनुसार शामिल कर सकें।
सभी चिकित्सा जटिलताओं का निवारण
कई निःसंतानता के मामले ग्रहों के असंतुलन के कारण होते हैं। यह यज्ञ गर्भाधान और प्रसव में बाधा डालने वाले नकारात्मक ज्योतिषीय प्रभावों को निष्प्रभावी करता है।
यह माँ और शिशु के चारों ओर एक आध्यात्मिक सुरक्षा कवच बना देता है जिससे गर्भावस्था अवधि के दौरान माँ और बच्चा सुरक्षित रहे।
संतान गोपाल यज्ञ के मुख्य लाभ
1- प्रसव में बाधा डालने वाले अशुभ ग्रहों के प्रभावों को निष्प्रभावी करता है
2 - गर्भपात और जटिलताओं से गर्भावस्था की रक्षा करता है
4- होने वाले शिशु को बुद्धि और अच्छा स्वास्थ्य देता है
5- शिशु विकास को प्रभावित करने वाली नकारात्मक ऊर्जाओं को दूर करता है
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